महिला अपराध को रोकने के लिए हाईटैक हुई झज्जर पुलिस,एफआईआर यानी फस्र्ट इमीडियेट रिस्पांस एप किया शुरू
सत्यखबर,झज्जर (संजीत खन्ना )
झज्जर जिले में बढ़ रहे महिला अपराध को रोकने के लिए अब झज्जर पुलिस भी हाईटेक हो गई है। महिलाओं को सुरक्षा मुहैया करवाने के लिए अब पुलिस ने एफआईआर यानी फर्स्ट इमीडियेट रिस्पांस ऐप शुरू कर दिया है। इस ऐप की खास बात यह है की यह बिना इंटरनेट के भी काम करेगा और मदद मांगने वाली महिलाओं को कुछ ही सेकंड में सुरक्षा मुहैया करवा सकेगा। आपको इस ऐप को अपने स्मार्टफोन में इंस्टॉल करना होगा और खतरा महसूस करने पर इसे कहीं से भी इसे इस्तेमाल किया जा सकता है। आज के आधुनिक युग में एक तरफ जहां अपराधी टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर बड़ी बड़ी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। वही अब ऐसे शातिर अपराधियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए पुलिस भी हाईटेक हो रही है। झज्जर पुलिस ने महिलाओं को सुरक्षा मुहैया करवाने के लिए एफआईआर यानी फर्स्ट इमीडियेट रिस्पांस आपकी शुरुआत की है। इस ऐप को इंस्टॉल करना बेहद आसान है। आप इसे अपने एप्पल या किसी भी एंड्राइड मोबाइल में प्ले स्टोर से डाउनलोड और इंस्टॉल कर सकते हैं। इनस्टॉल करते समय यूजर को अपना मोबाइल नंबर नाम आदि इस ऐप पर रजिस्टर करना होगा जब भी आपको कभी भी खतरा महसूस हो तो आप इस ऐप का सहारा ले सकते हैं। एफआईआर यानी फर्स्ट इमीडियेट रिस्पांस ऐप पर दिखाई देने वाला लाल रंग का बटन दबाने से यह ऐप आपकी लोकेशन और ब्यौरा पुलिस कंट्रोल रूम तक पहुंचाएगा। झज्जर के एसएसपी बी सतीश बालन का कहना है कि सुरक्षा महिलाओं का एक बुनियादी अधिकार है और जिले भर की सभी महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से यह मोबाइल एप्लीकेशन बनाई गई है। उनका कहना है कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना चुकी है। महिलाओं की बढ़ती भूमिका के बीच उन्हें कभी-कभी सुरक्षा की चिंता भी रहती है। ऐसे में महिलाओं तक तत्काल सुरक्षा पहुंचाने के लिए इस ऐप की शुरुआत झज्जर जिले में की गई है। जब भी कोई महिला इस ऐप का बटन दबाएगी तो पुलिस कंट्रोल रूम उसकी लोकेशन के पास ही तैनात पीसीआर गाड़ी और पुलिस स्टेशन को सूचना देगा और पुलिस की टीम तुरंत एक्शन लेते हुए मुसीबत में फंसी महिलाओं तक सहायता पहुंचने का काम करेगी। एसएसपी बी सतीश बालन का कहना है कि जिन महिलाओं के पास स्मार्टफोन नहीं है वह हेल्प लाइन नंबर 1091 या 100 नंबर का प्रयोग भी कर सकती है। सतीश बालन ने महिलाओं को इस ऐप को ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने का आह्वान किया है, ताकि उन्हें समय पर सुरक्षा मुहैया करवाई जा सके। झज्जर पुलिस का ही है इनिशिएटिव बेहद सराहनीय है। इस ऐप के जरिए जहां पुलिस खतरे में फंसी महिलाओं को तत्काल सुरक्षा देने का काम करेगी। वही पुलिस एंटी सोशल और क्रिमिनल एलिमेंट्स को काबू करने के लिए भी इसका इस्तेमाल करेगी।